जयपुर में एक बार फिर LPG सिलेंडर से भरे ट्रक के ड्राइवर की लापरवाही सामने आई है। गुरुवार सुबह करीब 7:30 बजे जयपुर-टोंक-कोटा हाईवे पर ड्राइवर नशे में LPG सिलेंडर से भरे ट्रक को लहराते हुए चल रहा था।
रोड पर चल रही अन्य गाड़ियों में सवार लोगों ने पीछा कर ट्रक को रुकवाया। इसके बाद पुलिस और RTO को सूचित किया। ड्राइवर के लाइसेंस की अवधि भी खत्म हो चुकी थी। मामला चाकसू थाना इलाके का है।
ट्रक में 303 सिलेंडर थे। पुलिस ने ड्राइवर को हिरासत में लेकर ट्रक को सीज कर दिया है। ड्राइवर के लाइसेंस को निरस्तीकरण के लिए RTO को भेजा जाएगा। पुलिस ने ड्राइवर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दरअसल, दो दिन पहले मंगलवार रात जयपुर-अजमेर हाईवे पर मोखमपुरा में LPG सिलेंडर से भरे ट्रक को केमिकल टैंकर ने टक्कर मार दी थी। इससे आग लग गई और एक-एक करके 200 सिलेंडर फट गए थे। टैंकर का ड्राइवर जिंदा जल गया था।

कार सवारों ने पीछा कर ट्रक को रुकवाया ट्रक यूनियन अध्यक्ष मुकेश बड़बड़वाल ने बताया- गैस सिलेंडर से भरा ट्रक टोंक से जयपुर की ओर आ रहा था। जब ड्राइवर जयपुर-कोटा हाईवे पर ट्रक को लहराते हुए चल रहा था, उस समय मैं उसके पीछे अपनी कार में था।
यह देख मैंने और अन्य राहगीरों ने अपनी कार से ओवरटेक कर चाकसू थाना इलाके में ट्रक को रुकवा लिया। जब ट्रक ड्राइवर कजोड़मल (59) को नीचे उतारा तो वह नशे में मिला। पुलिस और RTO इंस्पेक्टर को सूचना दी।
करीब आधे घंटे बाद आरटीओ इंस्पेक्टर मुक्ता सोनी और पुलिस मौके पर पहुंच गई।

ब्रेथ एनालाइजर से जांच की तो नशे में मिला ड्राइवर आरटीओ इंस्पेक्टर मुक्ता सोनी ने बताया- ट्रक ड्राइवर को लेकर शिवदासपुरा थाना पहुंचे तो वहां पुलिस ने कहा कि उनके ब्रेथ एनालाइजर की बैटरी खराब है। इस वजह से वह काम नहीं कर रहा है।
इसके बाद ड्राइवर को लेकर चाकसू सीएचसी पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने SMS हॉस्पिटल ले जाने के लिए कहा। फिर चाकसू थाना पहुंचे। वहां पर आरोपी ड्राइवर की ब्रेथ एनालाइजर से जांच की गई तो पता चला कि वह नशे में ट्रक चला रहा था।

लाइसेंस हो चुका है खत्म आरटीओ इंस्पेक्टर मुक्ता सोनी ने चाकसू थाने में ट्रक ड्राइवर के खिलाफ शिकायत दी और कार्रवाई के लिए लिखा।
इंस्पेक्टर मुक्ता सिन्हा ने बताया- आरोपी के लाइसेंस की अवधि खत्म हो चुकी है। उसने अभी तक अपना लाइसेंस रिन्यू नहीं कराया। इस कारण इसे आरटीओ के पास भेजा जाएगा। ड्राइवर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
उन्होंने बताया- शराब पीकर इतने घातक गैस सिलेंडर को जयपुर सिटी में लेकर जा रहा था। गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। ड्राइवर की लापरवाही से बड़ा हादसा हो सकता था। अगर लोग समय पर जानकारी नहीं देते तो वह नशे में सिलेंडर से भरे ट्रक को जयपुर सिटी में लेकर चला जाता।
सिर्फ चालान करके नहीं छोड़ें, ट्रेनिंग भी दें ट्रक यूनियन अध्यक्ष मुकेश बड़बड़वाल ने बताया कि इस तरह के शराबी चालकों को ट्रक देने से पहले कंपनी और ट्रक ऑपरेटरों को सोचने की जरूरत है। ताकि जनहानि, आर्थिक हानि और सामाजिक क्षति से बचा जा सके।
उन्होंने कहा कि कुछ मामलों में शिथिलता और लापरवाही समाज व व्यापार दोनों को नुकसान देती है। नशे में ड्राइविंग करने पर केवल चालान करके छोड़ देने के बजाय ड्राइवर को ट्रेनिंग और सामाजिक कार्य करवाने चाहिए।
मोटर व्हीकल एक्ट में इसके लिए अलग से प्रावधान हैं। परिवहन विभाग, NHAI, पुलिस पर आरोप लगाने से ट्रांसपोर्टरों और ट्रक चालकों की गलती नहीं छुपेगी।






