जयपुर ग्रामीण पुलिस ने रामनिवास मीणा हत्याकांड के मुख्य आरोपी पिताम्बर मीणा उर्फ प्रितम उर्फ पिल्या को 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि मृतक के उसकी पत्नी से अवैध संबंध होने के कारण उसने हत्या की वारदात को अंजाम दिया।
जयपुर ग्रामीण पुलिस अधीक्षक राशि डोगरा डूडी ने बताया कि 11 अक्टूबर 2025 को रायसर पुलिस थाने को बहलोड़ स्थित गिरनार होटल के पास एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिलने की सूचना मिली थी। रायसर थानाधिकारी हरदयाल मीणा अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे, जहां एक व्यक्ति का नग्न शव पड़ा था।
मौके पर एफएसएल और एमओबी टीमों को बुलाकर साक्ष्य जुटाए गए। मृतक के दाहिने हाथ पर ‘रामनिवास मीणा’ और ‘चिड़ावत’ गुदा हुआ था। सोशल मीडिया के माध्यम से मृतक की पहचान रामनिवास (27), पुत्र देवीसहाय, निवासी अंगारी, थानागाजी, अलवर के रूप में हुई। शव को निम्स अस्पताल भेजा गया और परिजनों की उपस्थिति में पोस्टमॉर्टम कराया गया।
मृतक के छोटे भाई सीताराम मीणा ने रामनिवास की हत्या के संबंध में नामजद आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई। मामले की गंभीरता को देखते हुए, शाहपुरा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डॉ. तेजपाल सिंह और वृत्ताधिकारी प्रदीप यादव के पर्यवेक्षण में रायसर थानाधिकारी हरदयाल के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया।
गठित टीम ने सूचना संकलन और तकनीकी सहायता का उपयोग करते हुए मुख्य आरोपी पिताम्बर मीणा उर्फ प्रितम उर्फ पिल्या को 12 अक्टूबर 2025 को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान, आरोपी ने हत्या की वारदात को अंजाम देना स्वीकार कर लिया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
आरोपी ने पुलिस को बताया कि मृतक रामनिवास के उसकी पत्नी के साथ अवैध संबंध थे, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया। पुलिस मामले में आगे की जांच कर रही है और अन्य सह-अभियुक्तों की तलाश जारी है।






