जयपुर में ग्राम विकास अधिकारी (VDO) ने सुसाइड कर लिया। परिजनों का आरोप है कि महिला BDO, सरपंच और उसका बेटा अवैध भुगतान करने का दबाव बना रहे थे। इससे डिप्रेशन में आकर VDO ने सुसाइड कर लिया।
VDO दीपावली पर छुट्टी लेकर घर आया हुआ था। बाजार से नई रस्सी खरीद कर लाया था, उसी से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद मृतक के परिजनों ने शनिवार रात मामला दर्ज करवाया।
पुलिस ने ग्राम पंचायत के सरपंच और महिला खण्ड विकास अधिकारी (बीडीओ) समेत तीन लोगों पर सुसाइड के लिए उकसाने का मामला दर्ज कर लिया। रविवार सुबह मौके पर पहुंची। घटना नारायण विहार थाना इलाके की 27 अक्टूबर की है। मामला आज दर्ज करवाया गया है।

SI सतीश कुमार ने बताया- मांग्यावास की इंजीनियर्स कॉलोनी निवासी प्रवीण कुमावत (31) अप्रैल-2023 से ग्राम विकास अधिकारी के पद पर ग्राम पंचायत कणोज, पंचायत समिति केकड़ी (अजमेर) में तैनात थे। प्रवीण अविवाहित थे, उनके परिवार में मां-बाप, बड़े भाई अशोक, भाभी और भतीजे-भतीजी हैं। प्रवीण दीपावली पर छुट्टी लेकर अपने घर जयपुर आए हुए थे।
27 अक्टूबर की रात खाना खाने के बाद वह आस-पास में रहने वाले अपने रिश्तेदार और दोस्तों से मिलने गए थे। रात करीब 10:30 बजे घर लौटने के बाद दूर के रिश्तेदार प्रहलाद से मोबाइल पर करीब 20 मिनट बात की। इसके बाद वह अपने कमरे में सोने चले गए।
कमरे में फंदे से लटका मिला देर रात कमरे में रस्सी का फंदा लगाकर प्रवीण ने सुसाइड कर लिया। 28 अक्टूबर को सुबह प्रवीण को वापस ड्यूटी पर वापस जाना था। सुबह करीब 8 बजे परिजन उनको जगाने के लिए पहुंचे तो कमरे में पहुंचे तो प्रवीण फंदे से लटके हुए थे। सूचना पर नारायण विहार थाना पुलिस मौके पर पहुंची। FSL टीम की मदद से सबूत जुटाए। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए शव को जयपुरिया हॉस्पिटल की मॉर्च्युरी भिजवाया।
VDO ने सुसाइड के लिए खरीदी थी नई रस्सी पुलिस को VDO के पास से किसी प्रकार का सुसाइड नोट मिलने की बात से इनकार किया है। पुलिस ने मृतक का मोबाइल जब्त कर लिया है। पुलिस जांच में सामने आया है कि सुसाइड करने के लिए VIDEO ने बाजार से नई रस्सी खरीदी थी। मृतक के भाई अशोक कुमावत ने ग्राम पंचायत सरपंच भागचन्द नायक, उसके बेटे बंटी और खण्ड विकास अधिकारी दिशी शर्मा के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज करवाया। 3
3-4 महीने से कर रहे थे टॉर्चर मृतक प्रवीण के भाई अशोक कुमावत ने बताया- पिछले 3-4 महीने से ग्राम पंचायत सरपंच भागचन्द नायक, उसका बेटा बंटी और खण्ड अधिकारी दिशी शर्मा की ओर से ग्राम पंचायत में किए गए काम के अवैध भुगतान के लिए साइन करवाने का दबाव बना रहे थे। ग्राम पंचायत सरपंच भागचन्द की ओर से अपने पद पर रहते हुए जल भराव क्षेत्र में किसी अन्य जगह पर पौण्ड खुदवाया। मिट्टी को जल भराव क्षेत्र में डलवाने के लिए अवैध तरीके से 10-15 लाख रुपए का भुगतान करवाना चाह रहा था। जबकि, उस जल भराव क्षेत्र में करीब 50 हजार रुपए की मिट्टी डली थी।
वॉट्सऐप पर भेजा त्यागपत्र अशोक कुमावत ने बताया- इस बारे में भाई प्रवीण ने बताया था कि मेरी ओर से ग्राम पंचायत सरपंच की मौखिक रूप से शिकायत खण्ड विकास अधिकारी दिशी शर्मा को भी की गई। खण्ड विकास अधिकारी दिशी शर्मा ने भी अवैध भुगतान करने का दबाव बनाया। अवसाद में आकर भाई प्रवीण ने अपना त्यागपत्र वॉट्सऐप के जरिए अधिकारी दिशी शर्मा को भेजा था। इस बारे में पता चलने पर मैं और मेरे बहनोई मुकेश कुमार दोनों खण्ड विकास अधिकारी दिशी शर्मा से ऑफिस में जाकर मिले थे। सभी बात बताने के बाद भी उन्होंने अवैध भुगतान करने के लिए दबाव बनाया






