राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि जैसलमेर से जोधपुर आ रही एक निजी बस में लगी भीषण आग की घटना ने यह पुन:साबित कर दिया कि प्राइवेट बसों में स्लीपर/कस्टम मॉडिफिकेशन बिना किसी सुरक्षा मानक के हो रहे हैं और परिवहन विभाग और सरकार को यात्रियों की सुरक्षा की कोई परवाह नहीं है।कई निजी बस ऑपरेटर सड़क सुरक्षा से जुड़े प्रोटोकॉल की पालना किए बिना बसों को स्लीपर बनाकर या वातानुकूलित बस बनाकर यात्रियों की जान खतरे में डाल रहें है उन पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं होना यह साबित करता है कि सिस्टम में बहुत ज्यादा भ्रष्टाचार व्याप्त है इस प्रकार की घटना बहुत बड़ी प्रशासनिक उपेक्षा का परिणाम भी है ऐसे में सांसद बेनीवाल ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मांग करते हुए कहा कि इस मामले में केवल जांच नाम का झुनझुना मत पकड़ाना क्योंकि हाल ही में एसएमएस अस्पताल में हुए भीषण अग्निकांड में भी जांच नाम की खानापूर्ति आपने कर दी मगर किसी पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की इसलिए इस मामले में परिवहन विभाग के सचिव / आयुक्त के साथ जिम्मेदार अधिकारियों को निलंबित किया जाए साथ ही प्राइवेट बसों के किसी भी कस्टम मॉडिफिकेशन के लिए स्पष्ट मानक और लाइसेंसिंग प्रक्रिया लागू होनीं चाहिए साथ ही सभी स्लीपर/कस्टम बसों की अनिवार्य फायर और तकनीकी सुरक्षा जांच हर 6 माह में अनिवार्य की जाए और उल्लंघन करने वालों पर तत्काल जुर्माना लगाकर उनका परमिट रद्द करना चाहिए |
स्वास्थ्य सचिव और स्वास्थ्य शिक्षा सचिव को किया जाए निलंबित
सांसद हनुमान बेनीवाल ने जयपुर स्थित सवाई मानसिंह अस्पताल में हुए भीषण अग्निकांड को लेकर प्रदेश के चिकित्सा सचिव और चिकित्सा शिक्षा सचिव को निलंबित करने की मांग उठाई,सांसद ने कहा हाल ही में प्रधानमंत्री की एक सभा में माइक बंद हो जाने की तकनीकी त्रुटि की सजा एक महिला आईएएस अधिकारी को इसलिए दी ताकि दिल्ली में बैठे सीएम के आका खुश रहे मगर सवाई मानसिंह अस्पताल और आज बस हादसे में जो जाने गई उसको लेकर दोनों विभागों के प्रमुख आईएएस अफसरों पर कोई कार्यवाही क्यों नहीं की गई।






