उत्तराखंड के हर्षिल घाटी आर्मी कैंप के पास गत 5 अगस्त को बादल फटने की प्राकृतिक आपदा के बाद धराली में चलाए गए बचाव ऑपरेशन के दौरान भू-स्खलन में लापता हुए 20 वर्षीय अग्निवीर भीम सिंह शेखावत का मंगलवार को उनके पैतृक गांव भौनावास में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इससे पूर्व शहीद की पार्थिव देह के उनके पैत्रक गांव पहुंचने पर सेना द्वारा गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
इस दौरान कौशल नियोजन एवं उद्यमिता मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़, सांसद जयपुर ग्रामीण राव राजेन्द्र सिंह, कोटपूतली विधायक हंसराज पटेल, बानसूर विधायक देवीसिंह शेखावत सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं जिला कलेक्टर प्रियंका गोस्वामी, पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र बिश्नोई, अतिरिक्त जिला कलेक्टर ओमप्रकाश सहारण, पावटा एसडीएम साधना शर्मा, एसीईओ सुशीला यादव, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ऋषिदेव यादव सहित जिला प्रशासन के अधिकारी और सैन्य टुकड़ियां और हजारों की लोगों ने अमर शहीद को श्रृद्धांजलि दी। प्रागपुरा थाने से ग्राम भौनावास में शहीद के घर तक तिरंगा रैली निकाली गई, जिसमें ग्रामीणों ने पार्थिव देह पर पुष्प वर्षा की।

मंत्री राठौड़ ने शहीद को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उनकी वीरता और कर्तव्यपरायणता सदैव हमारे दिलों में जीवित रहेगी और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बनी रहेगी। भारतीय सेना में उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा, उन्होंने वर्दी का मान बढ़ाया है। शहीद के परिजनों को इस शोक के समय में सहनशीलता एवं संबल प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना करते हुए कहा कि सरकार और भारतीय सेना उनके परिजनों के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है।
जिला सैनिक कल्याण अधिकारी ऋषिदेव यादव ने बताया कि भीम सिंह इस प्राकृतिक आपदा से करीब 9 महीने पहले 14 राजपूताना राइफल्स में बतौर अग्निवीर भर्ती हुए थे। यह उनकी पहली पोस्टिंग थी।






