साइबर फ्रॉड के बढ़ते मामलों पर अंकुश लगाने के लिए चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत भवानीमंडी थाना पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो फर्मों के बैंक खाते खरीदकर करोड़ों रुपये की ऑनलाइन ठगी में लिप्त था। पुलिस ने गिरोह के चार शातिर सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिनमें एक्सिस बैंक का पूर्व कर्मचारी कन्हैयालाल बागरी भी शामिल है।
झालावाड़ एसपी अमित कुमार ने बताया कि आरोपी लाखों रुपये में फर्मों के करंट खाते खरीदते थे और इन खातों का उपयोग ठगी से प्राप्त धन को ट्रांसफर करने के लिए करते थे। जांच में सामने आया कि आरोपियों की फर्मों मेवाड़ा किराना एंड जनरल स्टोर व राधाकृष्णा ट्रेडिंग कंपनी के खातों पर देशभर में दर्ज 308 साइबर फ्रॉड शिकायतों के चलते होल्ड लगाया गया है। आरोपी दिनेश माली से उसकी फर्म की चेक बुक और एटीएम कार्ड भी बरामद किए गए हैं।
साइबर नोडल थाना भवानी मंडी के कांस्टेबल तेजेंद्र सिंह को सूचना मिली थी कि आरोपी दिनेश माली और धीरेंद्र स्वयं के बैंक खातों को म्यूल बैंक खातों के रूप में उपयोग कर उन म्यूल बैंक खातों के माध्यम से बड़े पैमाने पर साइबर धोखाधड़ी करते हैं। इसके बाद गठित टीम ने प्राप्त सूचना व तकनीकी विश्लेषण के आधार पर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपी दिनेश पुत्र मदनलाल माली (22) निवासी गणेश बाग पचपहाड थाना भवानीमण्डी, कन्हैयालाल बागरी पुत्र पन्नालाल (38) निवासी भवानीमंडी हाल हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी झालावाड़, निखिल नामा पुत्र विष्णु (20) निवासी श्रीराम कॉलोनी रामगंजमंडी कोटा ग्रामीण और राजेश नागर पुत्र लक्ष्मी चंद (30) निवासी पचोर जिला रामगढ़ (म.प्र.) है।
इस कार्रवाई को एसपी कुमार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चिरंजी लाल मीणा और वृताधिकारी प्रेमकुमार के निर्देशन में अंजाम दिया गया। थानाधिकारी रमेशचंद मीणा के नेतृत्व में गठित टीम में एएसआई लटूर लाल, कांस्टेबल तेजेन्द्र सिंह, विकास, रवि दुबे, चूरामन और हरिराम सैनी शामिल रहे।
एसपी श्री अमित कुमार ने कहा कि साइबर अपराध में प्रयुक्त म्यूल बैंक खातों की पहचान और ऐसे खाताधारकों पर कानूनी कार्रवाई के लिए थाना स्तर पर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। भवानीमंडी पुलिस की यह सफलता साइबर फ्रॉड नेटवर्क को तोड़ने में अहम कदम है।






